What is required to start a blog ( एक ब्लॉग शुरू करने के लिए आवश्यक क्या-क्या है)
एक ब्लॉग शुरू करने के लिए आवश्यक क्या-क्या है–
जब भी कोई व्यक्ति कोई नया कार्य शुरू करता हैं तो एक तरफ बहाना और एक तरफ उस कार्य की करने की जोखिम होती है। उसके मन में तरह तरह के विचार आते है क्या करे और क्या नहीं करे।इसी द्वंद में उसका समय व्यतीत होता चला जाता है।फिर उसके दिमाग में में खर्च और जोखिम पर चला आता है। यादि वह उस कार्य के प्रति गंभीर है तो कोई बात नही लेकिन गंभीर नही है तो उसके बहाने उसके कार्य में रूकावट पैदा करेंगे।अब उस व्यक्ति को मोटिवेशन की जरूरत पड़ेगी।तब उसका कार्य जीवन शैली को आसान बनाते हुए उस कार्य के प्रति गंभीर बनाएगा।
अब बात है ब्लागिंग शुरु करने की तो एक शांत मन और लगन की इसमें बहुत बड़ी आवश्यकता है।इसके बिना इसमें कोई कुछ नही कर सकता है। ब्लॉग लिखना एक जुनून है ।जब आप इस बात को समझ जाइयेगा।तब आप अपने ज्ञान और हुनर को धार दे कर रोज नई नई आर्टिकल पोस्ट कीजिएगा। कुछ आपके पोस्ट सामान्य होगें और कुछ उच्च क्वॉलिटी के होंगे।बाद में आप धिरे धिरे इसमें सुधार होते जायेंगे यदि कोई व्यक्ति आपको जानकर मिल जाएं तो आपको कम समय में इस कर मास्टर बना देगा ।लेकिन कार्य तो आपको ही करना पड़ेगा।यह एक ऐसा कार्य है जिस तरह साधु संत आपको अच्छे मार्ग पर चलने की राय देते है।ठीक उसी प्रकार आपको अपने नीच से संबंधी जानकारी लोगो को अपने आर्टिकल्स के माध्यम से उपलब्ध कराना है।
इसके साथ उन्हे टेक्निकल और मोटिवेशन, गाईड भी अपने ब्लॉग से करना पड़ता है। खर्च और लागत – आज कल तो इलेक्ट्रॉनिक गजट हर घर में उपलब्ध है।इसके लिए आपको कोई अलग से खर्च करने की जरूरत नहीं है। यदि फिर भी आपकों लगता है की हमे इसकी जरूरत सख्त है तो आप ले सकते है।इसमें एक मोबाईल और कंप्यूटर की ज्यादा जरूरत पड़ती है।इसी के सहारे आप अपने ज्ञान को धार देते हुआ अपना आर्टिकल्स लोगो तक पोस्ट करेंगे।
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डोमेन और होस्टिंग –आप पूराने जानकर या किसी ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में है जो इसकी बारिकियो को जानता है तो आपकों निश्चय रूप डोमेन और होस्टिंग ले लेना चाहिए ताकि इसके कायदे और फायदे आपको जल्दी मिल सके। इसमें खर्च काफी है लेकिन यदि आपको सफलता नहीं मिली और समय कुछ लम्बा खींच गया तो आपको आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है।क्योंकि जिस परिवार से हमलोग आते है उस परिवार में आज भी दो वक्त के रोटी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है ,आगे आप लोगो की मर्जी । आप चाहे तो पहले कुछ पोस्ट गूगल की आपनी वेबसाइट ब्लॉगर अपनी फ्री वेबसाइट बनाकर पोस्ट कर सकते है या एक डोमेन लेकर यहां अपनी वेबसाइट बना सकते है।बाद में कुछ अनुभव होने पर आप अपनी जानकारी के अनुसार छोटी या बड़ी लागत लगाकर अपनी वेबसाइट बना सकते है।
कंप्यूटर बेसिक और मोबाईल सोफ्टवेयर की जानकारी –जब आप ब्लोगिंग शुरु करते हैं तो आपकों कुछ सोफ्टवेयर की बेसिक जानकारी होना बहुत जरूरी हो जाता है। इसकी जानकारी के अभाव में आप उच्च क्वालिटी के लेखन और पिक्चर एडिट करने में बहुत मुस्किल होगी।इसलिए आप जब ब्लागिंग शुरु कर देते है तो आप स्वाध्याय से कुछ उपयोगी सोफ्टवेयर को चलाने और उसका उपयोग सम्बंधित जानकारी हासिल करले अन्यथा आप कंपीटिशन के इस युग में अनुपयोगी दिखेंगे। आज़ कल बहुत सरे मोबाईल और कंप्यूटर सोफ्टवेयर के भरमार है हमे इसके चकर में नही पड़ना है और न ही हमे इसका इंजिनियर और मास्टर बनना है।हमे तो बस अपने कार्य में उपयोगी ट्रिक और टिप्स सम्बन्धित जनकारी हासिल करनी है।
रुचि और जिज्ञासा –जब आप कोई कार्य कराने के विषय में सोचते है और आगे बढ़ते है तो आपको बहुत सारी समस्या से जूझना पड़ता है यदि आपको रुचि के वाली सबजेक्ट है तो आपको निराशता और बोरियत से नही जूझना नही पड़ेगा।नही तो बार बार ब्रेकअप और उबाऊपन से गुजारना पड़ेगा। आप केवल पैसा या पहचान के लिए अपने रुचि के विरुद्ध कार्य करते है तो आपको बहुत सारी गैर जरूरी समस्या से जूझना पड़ेगा अन्यथा मेहनत भी आपको ज्यादा करना पड़ेगा। इसलिए आप समय के मांग को ध्यान में रखते हुए अपने रुचि और जिज्ञासा के अनुकूल कार्य पर ध्यान दे। इसका मतलब यह नहीं की मन चोरी की तरफ इशारा करे तो हमको इसी में पीएचईडी करनी शुरु कर देना चाहिए।यह सब गलत है । आपको सकारात्मक और उपयोगी तत्वों पर ध्यान केंद्रित कर अपने मनोकुल कार्य पर ध्यान शुरु करना चाहिए।
बेसिक मार्केट रिसर्च –जब आप ब्लोगिंग शुरु करते हैं तो आपको कुछ सॉफ्टवेयर और रुचि के आलावा मार्केट का भी अनुभव होना चाहिए।नही तो आप दिशा के विरुद्ध डफली बजाना शुरु कर देते है। यह भी सही नही है।इस लिए आपको समय के गति के अनुसार कार्य करना है अन्यथा आपका ब्लॉग out of date ke श्रेणी में काउंट होना शुरु जो जायेगा।आपको थोड़ी बहुत उस मार्केट की भी रुचि होनी ही चाहिए।मेरे कहने का तात्पर्य की ब्लागिंग के क्षेत्र आपको कुछ कीवर्ड रिसर्च भी आनी चाहिए।
सरलता और रचनात्मक भाषाई का प्रयोग –जब भी कोई आप पोस्ट लिखे तो इस बात का पुरा ख्याल रखे की आपका भाषा मर्यादित और ज्ञानवर्धक हो।इसके साथ ही बेतुका या टपोरी अंदाज में न लिखी गई हो। जितने भी लोग आज कल अध्यान के लिए आपका ब्लॉग पढ़ते है । वे जानकार और लगातार अध्यन करने वाले होते है। यादि आपका भाषा मर्यादित नही होगा तो वे आपके ब्लॉग से दूरी बना लेंगे। जैसा की आप जानते हैं नेता , कमांडर, प्रमुख अपने भाषा के जादूई आंकड़े के सहारे अपनी संस्था पर पकड़ बनाए रखता है।ठीक उसी प्रकार सफलता या विफलता की प्रवाह किए बिना आपको मर्यादित और ज्ञानवर्धक/रचनात्मक लेखन लेकर ही आगे बढ़ना है। आपके ब्लॉग में रोचकता ज्ञान और कुछ तत्नात्मक बात जरूर होना चाहिए। यादि इस सब बातों को लेकर आगे बढ़ते है तो देर हो सकती है लेकिन सफलता जरूर मिलेगी
इलेक्ट्रॉनिक गजट –ब्लॉगिग शुरु करने के लिए आपको किसी विशेष उपकरण की जरूरत नहीं है।आज कल मोबाईल फोन और टैबलेट एवम लैपटॉप आदी लोगो के घर में प्राय मिल जायेगे ।इसमें उपलब्ध सोफ्टवेयर आदि से आपको कार्य चल जायेगा।आज कल गाइड और सोफ्टवेयर उत्पाद इंटरनेट पर भरे पड़े है।जरूरत है आपको आगे बढ़ने और प्रयास करने की ।यह तो करना आपको ही पड़ेगा।
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