ब्लॉगिंग शुरू कैसे करें (How to start blogging )
अपने खुद की विचार को एक विशेष ढंग से , बहुत सारे तथ्यों का समायोजन कर, एक दूसरे तक पहुंचना ही ब्लॉगिंग कहलाता है।ब्लॉग लिखने के बहुत सारे विषय ,पूरे विश्व में भरी पड़ी है।आज कल बहुत सारे विषय पर रोज नए नए ब्लॉगिंग हो रही है , लेकिन आज भी इसमें बहुत सारे विषय, अछूते है ब्लॉगिंग से।
5000से8000तक पैसा खर्च करेंगे तो आप एक अच्छा ब्लॉगिंग एक जुनून से लोग शुरु करते है ।इसके लिए रूची और शौक होना बहुत जरूरी होता है, नही तो आप इसे पूरी लगन से इसे नही कर पाएंगे । इसमें समय के अनुसार अपडेट और उसका कभी कभी कमेंट के आधार पर अपने ब्लॉग को सकारात्मक समीक्षा भी करनी पड़ती है।जो आपके बिना रुचि के नही कर पाएंगे। शुरु की दिनो में ऐसे तैसे ब्लॉग पोस्ट शुरू तो हो जाता है लेकिन समय अनुसार लोग इसे अपना करियर बना लेते है और इसे अपनी मेहनत से एक प्रचलित ब्लॉगर का रूप दे देते है। आप इसे वर्ड प्रेस या ब्लॉगस्पॉट या Tumblr के माध्यम से ब्लॉग क्रिएट कर सकते है। अगर आपब्लॉग वर्ड प्रेस पर बना सकते है।इसमें आपका डोमेन , होस्टिंग,थीम, प्लगिन आदि इस्तेमाल कर एक प्रोफेशनल ब्लॉग पोस्ट बना सकते है।इसे अपने जरूरत के हिसाब से कस्टमाइज कर बहुत ही आकर्षक बनाकार ढेर सारा पैसा कमा सकते है।लेकिन यह इतना आसान भी नहीं है जो कुछ वक्त में उसे पूरा कर ले।यदि आप लगातार बेहतरीन तरीके से ब्लॉगिंग करते रहते है तो आप इसे कुछ समय बाद इसे पूरा होता पायेंगे।
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(1) पहले हमे इस बात पर विचार करना चाहिए की हमारी ब्लॉगिंग किस लैंग्वेज में होना चाहिए।हमे किस भाषा में अपने विचार लोगों तक पहुंचाना है।क्या जिस भाषा में हम अपना लोगों तक व्यक्त करना है उनकी संख्या बल क्या है।अगर इस बात क्या ध्यान हम नही रखेंगे तो यह हमारी कमजोरी होगी।
( 2.) भाषा के बाद हमे अपने लिया कोई एक अभिव्यक्ति क्षेत्र का चुनाव करना चाहिए।जिससे हम बहुत सारे छोटी छोटी बातो को हम अध्ययन कर अपने रीडर को हम सही जानकारी दे सके। अपने खुद की विचार को एक विशेष ढंग से , बहुत सारे तथ्यों का समायोजन कर एक दूसरे तक पहुंचना ही ब्लॉगिंग कहलाता है।ब्लॉग लिखने के बहुत सारे विषय पूरे विश्व में भरी पड़ी है।आज कल बहुत सारे विषय पर रोज नए नए ब्लॉगिंग हो रही है लेकिन आज भी इसमें बहुत सारे विषय, अछूते है ब्लॉगिंग से।
(3.) पहले हमे इस बात पर विचार करना चाहिए की हमारी ब्लॉगिंग किस लैंग्वेज में होना चाहिए।हमे किस भाषा में अपने विचार लोगों तक पहुंचाना है।क्या जिस भाषा में हम अपना लोगों तक व्यक्त करना है उनकी संख्या बल क्या है।अगर इस बात क्या ध्यान हम नही रखेंगे तो यह हमारी कमजोरी होगी।
( 4.) भाषा के बाद हमे अपने लिया कोई एक अभिव्यक्ति क्षेत्र( निज)का चुनाव करना चाहिए।जिससे हम बहुत सारे छोटी छोटी बातो को हम अध्ययन कर अपने रीडर को हम सही जानकारी दे सके।
( 5.) ब्लॉग लिखते समय हमे एक और बात पर ध्यान देना चाहिए की ब्लॉग हमारी सरल और ज्ञानवर्धक हो तथा इसने बहुत सारे तथ्यों का समायोजन भी ही।कभी कभी हमारी ब्लॉग नीरस और उबाऊ लगने लगती है इसके लिए जरूरी है की हम उसमे कुछ फ़ोटो का प्रयोग करे ।जिससे हरी ब्लागिंग पढ़ने और समझने में अच्छा लगे।
( 6.) कभी कभी ऐसा देखा गया है की बहुत सारे ब्लॉगर अपनी साइड पर आर्टिकल्स तो पोस्ट कर देते है लेकिन अपनी बात को इतने कम शब्दों का प्रयोग करते है की वह आधा अधूरा लगने लगती है।यदि आप किसी ब्लॉग को लिखते है तो आप उसमे काम से काम 600शब्द से लेकर 800तक इसे होना चाहिए।अगर आप छोटे छोटे पोस्ट लिखेंगे तो यह आगे चलकर गुगल पर इसे S E O करने में सफलता बहुत देर से मिलेगी।
(7.) अपने ब्लॉग को प्रचार प्रसार करने के लिया आप सोशल नेटवर्किंग का सहारा जरूर लें। इससे आपको फायदा यह होगा की आपका साइड समय से पहले ग्रो करेंगे तथा इसपर विजिटर की संख्या बढ़ने से गूगल के एडसेंस में काफी फायदा पहुंचेगी।
(8.) अगर हम हिंदी ब्लॉगिंग से पैसा कमाने की बात करे तो इसमें थोड़ा समय जरूर लगता है अग्रेजी ब्लोगिंग के अपेशा लेकिन इसमें भी कमाई होती है।हिंदी में समस्या यह है की यह केवल हमारे देश के अंदर और कुछ देश के बाहर हिंदी जानकर ही लोग है। परंतु अन्य भाषा में ऐशा समस्या नही है। ब्लॉगिंग में मेरे भाई कोई सैलरी नही होती है इसमें विजिटर के आने पर गुगल एड सेंस से ही कमाई होती है। इसलिए हमे इसमें कुछ खास लेखन की ज़रूरत है।
(9.) सबसे अंत मैं आपको इस बात पर जोर देकर कहना चाहता हु की आप लोग ब्लोगिंग के बाद इसके कॉमेंट पर बराबर नजर बनाए रखिएगा जिससे आपको अपनी विचार में शुद्धि करने का मौका मिलेगा।कभी कभी पाठक ब्लॉग पढ़ने के बाद गलत भाषा या गली शब्द का प्रयोग कर देते है लेकिन किसी हालत में आपको उनकी ही भाषा में जवाब नही देना हैं।हमेशा आपको कुल और शांत बने रहने है।आपको हमेशा उनका आदर और उच्च गुन्नक वाले शब्द का प्रयोग अनकेबलिया करना है।
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ब्लॉगिंग पर बहुत चर्चा करने पर हम अंतः यही कह सकते हैं की यदि हम छोटी छोटी बातो पर ध्यान देते हुए किसी भी विषय पर ब्लॉग बनायेगे तो हमे सफ़लता जरूर मिलेगी।हमे थोड़ा धैर्य बनाएं रखना पड़ेगा और समय के अनुसार कुछ खास अपने लेखन ने अपडेट करते रहना पड़ेगा। सफ़लता जरूर मिलेगी बस थोड़ा लगन और धैर्य चाहिए।
अगर हम ब्लॉगिग के क्षेत्र में लम्बे समय तक उपरोक्त बातों को ध्यान में रह एक सकारात्मक प्रयास करे तो इसमें निश्चय ही सफलता मिलेगी।इसमें एक बात और ध्यान देने योग्य है की आप किसी एक सब विषय क्षेत्र को ब्लॉगिंग के लिया तैयार करे नही तो ब्लॉगर बहुत सारे मल्टी ब्लॉग के चक्कर में अक्सर देखा जाता है वे विषययांतर हो जाते है।इस तरह वे उस ब्लॉग क्षेत्र का विषेश जानकर नही हो पाते है और कुछ समय बाद वे ब्लॉग से जानकारी के अभाव में सही से ब्लॉग पोस्ट तैयार नहीं कर पाते है ।

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